वेपिंग एक प्रक्रिया है जिसमें बैटरी से चलने वाले उपकरण से निकलने वाले धुएं को अंदर लिया जाता है
यह सिगरेट पीने जैसा है, लेकिन इसमें तंबाकू को जलाया नहीं जाता
युवा आबादी में इसका इस्तेमाल ज्यादा होता है, लेकिन वेपिंग से कई गंभीर नुकसान हो सकते हैं
ई-सिगरेट में निकोटीन प्राइमरी एजेंट होता है, जो आपके ब्लड प्रेशर को बढ़ाने का काम करता है, इससे हार्ट अटैक पड़ने की संभावना बढ़ जाती है
एक रिपोर्ट के अनुसार, ई-सिगरेट में पाया जाने वाला निकोटीन हेरोइन और कोकीन जितना ही नशीला हो सकता है
ई-सिगरेट में मौजूद निकोटीन और अन्य पदार्थ आपके फेफड़ों के अलावा दिल और मस्तिष्क को भी नुकसान पहुंचा सकता है
ई-सिगरेट या वेपिंग के इस्तेमाल से ऑर्गन डैमेज का खतरा बढ़ जाता है
वहीं कई अध्ययनों से पता चलता है कि ई-सिरगेट के इस्तेमाल से फेफड़ों से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं