झुग्गी से T20 World Cup तक आसान नहीं रहा इस क्रिकेटर का सफर


आईसीसी मेन्स टी20 वर्ल्ड कप 2024 में युगांडा की टीम भी भाग ले रही है। इस देश ने पहली बार टी20 वर्ल्ड कप के लिए क्वालिफाई किया है। 

युगांडा की टी20 वर्ल्ड कप टीम में जुमा मियागी भी शामिल हैं, जो दाएं हाथ के तेज गेंदबाज हैं। 

युंगाडा की राजधानी कम्पाला में करीब 60 फीसदी आबादी झुग्गियों में रहती है। इसी आबादी के लिए जुमा मियागी प्रेरणास्त्रोत हैं।

21 वर्षीय मियागी कंपाला के बाहरी इलाके की नागुरू झुग्गी बस्ती में बड़े हुए। दो साल तक युगांडा की अंडर 19 टीम के लिए खेलने के बाद वह सीनियर टीम में शामिल हुए। 

जुमा मियागी आज भी झुग्गियों में अपने परिवार के साथ रहते हैं। उन्होंने अभी तक 21 टी20 मैचों में 34 विकेट हासिल किए हैं। 

मियागी के इलाके में पीने का साफ पानी, सीवेज की व्यवस्थान नहीं थी और ना ही स्वास्थ्य सुविधाएं थीं। उनकी जिंदगी काफी कठिनाइयों से गुजरी है। 

युगांडा के खिलाड़ियों की जिंदगी ने युगांडा के भारतीय कोच अभय शर्मा को भी विचलित कर दिया जो टी20 विश्व कप से पहले ही टीम के साथ जुड़े हैं।


ऐसा नहीं है कि शर्मा ने कभी झुग्गी बस्ती देखी नहीं है लेकिन कम्पाला की झुग्गियां मुंबई की धारावी से अलग हैं। खिलाड़ियों के साथ समय बिताकर शर्मा का उनके प्रति सम्मान कई गुना बढ़ गया।

अभय शर्मा ने यह भी कहा कि कीनिया की तरह के हश्र से बचने के लिये युगांडा क्रिकेट में कुछ बदलाव करने होंगे। कीनिया 2011 के बाद से आईसीसी टूर्नामेंट नहीं खेला है।

Border-Gavaskar Trophy में सबसे ज्यादा Six लगाने वाले बल्लेबाज

शतक जड़ने वाला पहला भारतीय विकेटकीपर, संजू सैमसन ने बनाए ये 5 रिकॉर्ड

Border-Gavaskar Trophy 2025: कोहली या स्मिथ- शतकों की रेस में कौन बनेगा बादशाह

Webstories.prabhasakshi.com Home