अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि पाकिस्तान उन देशों में शामिल है जो सक्रिय रूप से परमाणु परीक्षण कर रहे हैं
ट्रंप ने घोषणा की कि इन गतिविधियों के जवाब में अमेरिका भी अपना परमाणु परीक्षण कार्यक्रम दोबारा शुरू करेगा
उन्होंने तर्क दिया कि जब अन्य देश परीक्षण कर रहे हैं, तो अमेरिका को अकेला नहीं रुकना चाहिए
ट्रंप ने हाल ही में तीन दशकों से बंद पड़े परमाणु परीक्षणों को तत्काल प्रभाव से फिर शुरू करने की घोषणा की थी
ट्रंप द्वारा पाकिस्तान को सक्रिय परमाणु परीक्षण करने वाले देशों की सूची में शामिल करना दक्षिण एशिया और भारत की सुरक्षा के लिए बड़ी चिंता है
अमेरिका द्वारा 30 वर्षों बाद परमाणु परीक्षण फिर शुरू करने की घोषणा वैश्विक हथियार नियंत्रण प्रयासों पर गंभीर प्रश्नचिह्न लगाती है
ट्रंप की नीति शीतयुद्ध की 'शक्ति-संतुलन' वाली मानसिकता को पुनर्जीवित करती है और परमाणु प्रतिस्पर्धा को वैध ठहराती है
भारत के लिए यह स्थिति दोहरी चुनौती (पाकिस्तान के संभावित परीक्षण और वैश्विक परमाणु प्रतिस्पर्धा) पेश करती है