राहुल गांधी ने लोगों से वायनाड जाने और इसकी सुंदरता का अनुभव करने का आग्रह किया ताकि भूस्खलन से प्रभावित इस क्षेत्र में पर्यटन उद्योग पुन: पटरी पर आ सके।
लोकसभा में विपक्ष के नेता ने लोगों से आग्रह किया कि वे वायनाड घूमने जाएं, जिससे वहां आजीविका के अवसर बढ़ सकें और इसकी जीवंतता को बहाल किया जा सके।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हालांकि भूस्खलन त्रासदी से केवल मुंडक्कई क्षेत्र ही प्रभावित हुआ है, लेकिन इससे यह गलत धारणा बन गई है कि पूरा वायनाड प्रभावित हुआ है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा, ‘‘वायनाड बेहद खूबसूरत है, और इसके लोगों की करुणा व दयालुता ने हमेशा मुझे....
.... खींचा है। आज, बहुत से लोग जो अपनी आजीविका के लिए पर्यटन पर निर्भर हैं, वे मदद के लिए आप सभी की ओर देख रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि वायनाड अभी भी जीवंत और मेजबानी करने वाला क्षेत्र है। आप इसकी खूबसूरती का अनुभव करें।’’
इस महीने की शुरुआत में गांधी ने कहा था कि वायनाड में पर्यटन को पुन: पटरी पर लाने के लिए ठोस प्रयास करना जरूरी है और लोगों को इस क्षेत्र में आने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।