केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और सुधांशु त्रिवेदी के साथ धन्यवाद प्रस्ताव पर लोकसभा सत्र के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की है।
उन्होंने राहुल गांधी पर निराधार दावे करने और झूठ फैलाने के लिए निशाना साधा। उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता होने के नाते वह अप्रमाणित दावे नहीं कर सकते।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रिजिजू ने कहा कि राहुल गांधी द्वारा किए गए सभी असत्यापित दावों पर उन्होंने तुरंत सदन में आपत्ति जताई।
उन्होंने अध्यक्ष से यह निर्देश पारित करने का अनुरोध किया कि यदि राहुल गांधी ने झूठ बोला है, तो उन्हें सदन के नियमों और विनियमों का सामना करना चाहिए।
रिजिजू ने कहा कि हमने अध्यक्ष से यह निर्देश पारित करने का अनुरोध किया है कि अगर हमने कोई असत्यापित बयान दिया है तो हम सुधारात्मक कदम उठाने के लिए तैयार हैं।
उन्होंने साथ ही कहा कि अगर राहुल ने सदन में झूठ बोला है तो उन्हें नियमों का सामना करना होगा। उन्होंने (अध्यक्ष) पहले ही सदन में आश्वासन दिया है कि वह इस संबंध में निर्देश देंगे।
बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने 2013 की एक घटना का जिक्र करते हुए राहुल गांधी को पूर्व गृह मंत्री और कांग्रेस नेता सुशील कुमार शिंदे से सीख लेने की सलाह दी।