प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा में 'वंदे मातरम्' की 150वीं वर्षगांठ पर बात की
उन्होंने सवाल किया कि पिछली सदी में 'वंदे मातरम्' के साथ अन्याय और विश्वासघात क्यों हुआ
उन्होंने पूछा कि पूज्य महात्मा गांधी की भावना पर कौनसी ताकत भारी पड़ गई
प्रधानमंत्री ने कहा कि देशवासियों को गर्व होना चाहिए कि ऐसा कोई भाव गीत दुनिया में नहीं है जो कोटि-कोटि जनों को प्रेरित करता हो
उन्होंने बताया कि गुलामी के कालखंड में ऐसे गीत की रचना होना विश्व के लिए अजूबा है
उन्होंने कहा कि बंगाल विभाजन के समय 'वंदे मातरम्' हर जगह गूंज रहा था और इसने अंग्रेजों को हिला दिया था
इस गीत की ताकत इतनी थी कि अंग्रेजों को इस पर प्रतिबंध लगाने और इसे बोलने पर भी सजा देने के लिए कठोर कानून बनाने पड़े थे