रोगियों के लिए लगातार सोचना परेशान करने वाला हो सकता है
ये एक प्रक्रिया है जिसमें रोगी लगातार खराब स्थिति के बारे में सोचता है
ऐसी स्थिति में व्यक्ति की शारीरिक और मनोवैज्ञानिक स्थिति पर नकारात्मक असर होता है
इलाज करने के दौरान परिणाम आने में भी अधिक समय लगने की संभावना होती है
रोगी के लिए फिजिकली एक्टिव होना जरुरी होता है, जिससे शरीर में कमजोरी नहीं होती
रोगी के लिए ACT उपयोग होती है जिसके जरिए जीवन में मिली चीजों को स्वीकारने की कोशिश होती है
ACT से अप्रिय भावनाओं का सामना करने में मदद होती है