भारत में एक नहीं कई बार मनता है नववर्ष, हर धर्म में है अलग तारीख

भारत में 15 अप्रैल को बंगाली नववर्ष पोइला बोइशाख मनाया गया, जिसकी शुरुआत वर्ष 1431 में बंगाली कैलेंडर से हुई थी

हिंदू नववर्ष, नवसंवत्सर हिंदू नववर्ष के आरंभ का प्रतीक है जिसकी शुरुआत विक्रम संवत चैत्र माह की अमावस्या से होती है

उगाड़ी हिंदू नववर्ष की शुरुआत का प्रतीक है और इसे आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक में मनाया जाता है

गुडी पडवा जिसे संवत्सर पड़वो के नाम से भी जाना जाता है, महाराष्ट्र और गोवा में मनाया जाता है जो मराठी नववर्ष की शुरुआत है

चेटी चण्ड सिंधी समुदाय का त्योहार है जिसे सिंधी नव वर्ष की शुरुआत माना जाता है

नवरेह कश्मीरी पंडित समुदाय द्वारा मनाया जाता है, जिसे जब कश्मीरी पंडित अपनी देवी शारिका को समर्पित करते हैं

साजिबू चेइराओबा को मैतेई चेइराओबा के नाम से भी जाना जाता है, पूर्वोत्तर भारतीय राज्य मणिपुर में मनाया जाता है

ताजमहल आज बनाने में आएगा इतना खर्च

अमित शाह ने की सीआरपीएफ की जमकर सराहना

वक्फ कानून पर सुप्रीम रोक नहीं, केंद्र से मांगा जवाब

Webstories.prabhasakshi.com Home