भारत और अमेरिका के चुनाव में हैं कई अंतर, जानें पूरा प्रोसेस यहां

भारत और अमेरिका की चुनाव प्रक्रिया में थोड़ा अंतर देखने को मिलता है

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव पांच चरण का होता है जिसमें प्राइमरी और कॉकस, नेशनल कन्वेंशन, आम चुनाव, इलेक्टोरल कॉलेज और पांचवां चरण शपथ ग्रहण शामिल है

प्राइमरी चरण और कॉकस- ये चरण किसी राजनीतिक दल के अंदर ही राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का चयन होता है

नेशनल कन्वेंशन के दौरान दोनों पार्टियां उम्मीदवार घोषित करती है और उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के नाम का ऐलान होता है

आम चुनाव के चरण में मतदान होता है जब मतदाता सीधे राष्ट्रपति का नहीं बल्कि अपने इलाके के इलेक्टर को चुनते है

अमेरिका के चुनाव में इलेक्टोरल कॉलेज के तहत जो उम्मीदवार जीतते है वो राष्ट्रपति के लिए मतदान करते है

इलेक्टोरल कॉलेज में कल 538 सदस्य होते है जो 50 राज्यों से आते है। राष्ट्रपति बनने के लिए उम्मीदवार को 270 से अधिक इलेक्टर्स का साथ चाहिए होता है

दिसंबर में इलेक्टर्स की वोटिंग होगी और छह जनवरी को संयुक्त सत्र में वोटों की गिनती की जाएगी

इसी दिन अमेरिका के नए राष्ट्रपति के नाम का ऐलान होगा और 20 जनवरी को शपथ ग्रहण समारोह होगा

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