Health Tips । बड़े काम की चीज है मकोय, आयुर्वेद में इलाज के लिए होता है इस्तेमाल
मकोय रसभरी की ही एक प्रजाति है, जिसे भमोलन, काकमाची, भटकोइंया के नाम से भी जाना जाता है
छोटे टमाटर की तरह दिखनेवाली यह मकोय किडनी के लिए बहुत ही लाभकारी होती है
मकोय का सेवन हमारे शरीर में वात-पित्त और कफ गुणों के संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है
नियमित रूप से सीमित मात्रा में मकोय के सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है
पीलिया की समस्या में दवाओं के साथ मकोय का सेवन करने से ये बीमारी जल्द ठीक हो जाती है
मकोय वीर्य की ऊष्णता बढ़ाता है और इसकी मात्रा में वृद्धि करने में भी सहायक होता है
कुष्ठ रोग की समस्या में मकोय का सेवन करना लाभकारी हो सकता है