हनुमान जयंती पर जानें उनके मंदिरों के बारे में, यहां भक्तों की होती है भीड़
हनुमान मंदिर, इलाहबाद - इस मंदिर में हनुमान जी की 20 फीट लंबी मूर्ति लेटी हुई मुद्रा में है।
हनुमानगढ़ी, अयोध्या - हनुमानगढ़ी प्रसिद्ध मंदिर है, जिसकी स्थापना 300 साल पहले स्वामी अभयारामदासजी ने की थी।
सालासर हनुमान मंदिर, सालासर - राजस्थान के सालासर में ये मंदिर है, जहां दाड़ी और मूंछ वाले हनुमान जी है।
हनुमान धारा, चित्रकूट - यूपी के सीतापुर के पास ये मंदिर है, जहां मूर्ति के ऊपर दो कुंड जल से भरे हैं, जिसका जल मूर्ति पर बहता है। इस कारण ही मंदिर का नाम पड़ा है।
श्री संकटमोचन मंदिर, वाराणसी - मंदिर के चारों तरफ छोटा सा वन है। मंदिर के बीच में हनुमान जी की प्रतिमा है, जिसे स्वयंभू मूर्ति कहा जाता है।
भेट-द्वारका, गुजरात - भेज-द्वारका से चार मील दूर मकरध्वज के साथ भगवान हनुमान की मूर्ति है, जिसे उनका पुत्र कहा जाता है।
बालाजी हनुमान मंदिर, मेहंदीपुर - दौसा जिले के पास मेहंदीपुर पहाड़ियों के बीच स्थित है। यहां चट्टान में हनुमान जी की आकृति खुद उभरी थी।
डुल्या मारुति, पूना - ये मंदिर बेहद प्रसिद्ध है, जो लगभग 350 वर्ष पुराना है। यहां मूर्ति काले पत्थर पर अंकित की गई है।
श्री कष्टभंजन हनुमान मंदिर, सारंगपुर - इस मंदिर में गोपालानंद स्वामी ने मूर्ति की प्रतिष्ठा की थी।
हंपी, कर्नाटक - इन्हें यंत्रोद्धारक हनुमान कहते हैं, जो प्राचीन किष्किंधा नगरी में है।