सेहत ही नहीं अर्थव्यवस्था पर भी असर करती है हीटवेव
बीते सात दिनों से लगातार भारत में हीट वेव का कहर देखने को मिल रहा है, जिसका असर भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी पड़ा है
हीटवेव से लोगों की उत्पादकता प्रभावित होती है। भारत में इसका असर अधिक है क्योंकि यहां 45 प्रतिशत लोग कृषि संबंधित कार्य करते है
भारत में 83 प्रतिशत कार्यबल असंगठित क्षेत्र के अंतर्गत कार्य करते हैं
देश में कम आय वाले परिवारों पर गंभीर और लगातार चलने वाली गर्मी की लहरों का बोझ बढ़ रहा है
बाहरी कर्मचारियों, बुजुर्गों और बच्चों को गर्मी से होने वाली थकावट और हीटस्ट्रोक का खतरा अधिक होता है
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, 1998 से 2017 के बीच गर्मी की लहरों के परिणामस्वरूप 1,66,000 से अधिक लोगों की मृत्यु हो गई