मुख्यमंत्री Biren Singh ने जताई उम्मीद - हिंसाग्रस्त मणिपुर में इस साल बहाल होगी शांति
मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने कहा कि यह मणिपुर के लिए एक दुर्भाग्यपूर्ण वर्ष रहा है और उम्मीद है कि इस साल शांति बहाल होगी।
जयराम रमेश के सवाल पर तीखा पलटवार करते हुए सिंह ने पूछा है कि नरसिम्हा राव ने 1992-93 में उथल-पुथल के दौरान पूर्वोत्तर राज्य की यात्रा क्यों नहीं की?
सीएम ने कहा कि ये पूरा साल बहुत दुर्भाग्यपूर्ण रहा। पिछले 3 मई से लेकर आज तक जो कुछ हो रहा है, उसके लिए मैं राज्य की जनता से माफी मांगना चाहता हूं।
उन्होंने उम्मीद जतायी कि पिछले तीन से चार महीनों में शांति की दिशा में प्रगति देखने के बाद, मेरा मानना है कि 2025 तक स्थिति बहाल हो जाएगी।
सिंह ने लोगों ने अपील की कि पिछली गलतियों को माफ करना होगा और भूलना होगा और हमें एक शांतिपूर्ण मणिपुर की दिशा में एक नया जीवन शुरू करना होगा।
मुख्यमंत्री ने मणिपुर के हालात के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए बताया कि कांग्रेस द्वारा किए गए पिछले पापों के कारण मणिपुर आज उथल-पुथल में है।
बीरेन सिंह ने आगे कहा कि झड़पें 1992 में शुरू हुईं और लगभग पांच वर्षों (1992-1997) तक अलग-अलग तीव्रता से जारी रहीं।