Chess Olympiad 2024: भारत को गोल्ड दिलाने वाले 10 खिलाड़ी

भारत ने शतरंज ओलंपियाड में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए पुरुष और महिला टीम वर्ग में एतिहासिक गोल्ड मेडल हासिल किया। भारत को मिली इस सफलता में 10 खिलाड़ियों का योगदान रहा है। 


तानिया सजदेव

तानिया महिला टीम का हिस्सा थीं, वह 2008 में ग्रैंडमास्टर बन गई थीं और 2012 में ओलंपियाड में व्यक्तिगत वर्ग में ब्रॉन्ज मेडल जीत चुकी हैं। 


हरिका द्रोणावल्ली

हरिका ने 2011 में ग्रैंडमास्टर का खिताब अपने नाम किया था। वह 2022 एशियान गेम्स में सिल्वर मेडल जीतने वाली टीम का हिस्सा भी रही थीं। 

वैशाली 

वैशाली ने इसी साल ग्रैंडमास्टर बनने की उपलब्धि हासिल की थी। उन्होंने शतरंज ओलंपियाड में 10 मैच खेले और चार में जीत दर्ज की। जबकि उन्हें दो में हार और चार में ड्रॉ मिला। 


वंतिका अग्रवाल

वंतिका का प्रदर्शन भी बेहतरीन रहा था। उन्होंने 9 मैच खेले और सिर्फ एक में उन्हें हार झेलनी पड़ी। वंतिका ने पांच मैचों में जीत दर्ज की और तीन ड्रॉ खेले। 


दिव्या देशमुख

दिव्या महिला टीम में सबसे मजबूत खिलाड़ी थीं उन्होंने सभी 11 मैच खेले जिसमें से 8 में जीत दर्ज की और तीन में उन्हें हार देखनी पड़ी। 

पेंटाला हरिकृष्णा

पुरुषों में हरिकृष्णा ने महज तीन मैच खेले, लेकिन वह टूर्नामेंट में अजेय रहे। उन्होंने दो मैच जीते, जबकि एक ड्रॉ खेला। 

आर प्रज्ञानंद

प्रज्ञानंद ने इस टूर्नामेंट में 10 मैच खेले और तीन जीते। उन्होंने 6 मैच ड्रॉ खेले जबकि एक में उन्हें हार झेलनी पड़ी। 

विदित गुजराती

विदित ने भी 20 मैच खेले और अजेय रहे। उन्होंने इस दौरान पांच मैच जीते, जबकि पांच मैच ड्रॉ खेले। 


डी गुकेश

गुकेश ने 10 मैच खेले और 8 में जीत दर्ज करते हुए दो मैच ड्रॉ खेले। गुकेश वर्तमान समय में शतरंज की नई सनसनी बनकर उभरे हैं। 


अर्जुन एरिगेसी

अर्जुन का प्रदर्शन भी शानदार रहा। उन्होंने 11 में से 9 मैच जीते और दो ड्रॉ खेले। 

27 बरस की हुईं सारा तेंदुलकर, अक्सर चर्चा में रहती है सचिन तेंदुलकर की लाडली

Test Cricket में सबसे ज्यादा तिहरा शतक लगाने वाली टीमों में पाकिस्तान से पीछे है India

रतन टाटा के कारण ही पहली बार ओलंपिक में जा पाया था भारत

Webstories.prabhasakshi.com Home